खुलासा: कब आदत बन जाती है शराब की खतरनाक लत ?
शराब पीना आदत या लत

शराब पीना: आदत और लत के बीच का पतला फर्क:-

शराब पीना आज के समय में एक आम सामाजिक व्यवहार बन चुका है। कई लोग इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा मानते हैं, तो कुछ इसे मनोरंजन और तनावमुक्ति का साधन समझते हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि शराब पीना एक आदत है या लत? इस विषय को समझने के लिए हमें दोनों पहलुओं को गहराई से जानना होगा।

इस विषय को समझने के लिए हमें दोनों पहलुओं को गहराई से जानना होगा।

आदत क्या है?

आदत वह व्यवहार है, जो व्यक्ति नियमित रूप से करता है। यह व्यक्ति की दिनचर्या का हिस्सा बन जाती है, लेकिन इसकी अनुपस्थिति में व्यक्ति को कोई विशेष कष्ट नहीं होता। जैसे कुछ लोग सप्ताहांत पर दोस्तों के साथ बैठकर शराब पीते हैं। उनके लिए यह एक आदत होती है, जो उनकी सामाजिक गतिविधियों का हिस्सा बन चुकी होती है। वे इसे खुशी के पल बांटने का जरिया मानते हैं। ऐसे लोग सामान्यत: अपनी सीमाओं में रहकर शराब पीते हैं और यदि किसी कारणवश वे शराब नहीं पी पाते, तो उन्हें कोई समस्या नहीं।

लत क्या है?

लत एक ऐसी अवस्था होती है, जब व्यक्ति किसी वस्तु या व्यवहार पर पूरी तरह निर्भर हो जाता है। शराब की लत में व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से शराब पर निर्भर हो जाता है। उसे रोजाना शराब चाहिए होती है। अगर वह शराब न पिए, तो उसका मन अशांत हो जाता है, चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है, सिरदर्द होने लगता है और काम करने की क्षमता घट जाती है। यह स्थिति बेहद खतरनाक होती है, क्योंकि यह धीरे-धीरे व्यक्ति के स्वास्थ्य, परिवार और सामाजिक जीवन को बर्बाद कर सकती है।

आदत और लत में अंतर

आदत और लत में सबसे बड़ा अंतर यही है कि आदत में व्यक्ति स्वेच्छा से शराब पीता है, जबकि लत में व्यक्ति मजबूरीवश पीने लगता है। आदत में संयम होता है, लत में नियंत्रण खो जाता है। आदत में व्यक्ति अपनी जरूरत के अनुसार शराब पीता है, लेकिन लत में व्यक्ति को शराब की आवश्यकता हर समय महसूस होती है।

शराब की लत के कारण

1.तनाव और मानसिक दबाव:-

तनाव और मानसिक दबाव

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग तनावग्रस्त रहते हैं। इससे बचने के लिए वे शराब की ओर आकर्षित होते हैं।

2.संगति:-

संगति

गलत संगति या दोस्तों के दबाव में आकर कई लोग शराब पीना शुरू कर देते हैं।

3.मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं :-

मानसिक स्वस्थ समस्या

एंग्जायटी जैसी समस्याओं से ग्रस्त लोग शराब का सहारा लेते हैं।

4.पारिवारिक समस्या:-

पारिवारिक जीवन

घरेलू कलह या रिश्तों में तनाव के कारण भी व्यक्ति शराब की लत का शिकार हो सकता है।

शराब की लत के नुकसान

1.स्वास्थ्य पर प्रभाव:-

शराब का अत्यधिक सेवन लिवर सिरोसिस, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है।

2. मानसिक प्रभाव:-

अधिक शराब पीने से व्यक्ति अवसाद, चिंता, नींद न आना और स्मरण शक्ति कमजोर होने जैसी समस्याओं से ग्रस्त हो सकता है।

3. पारिवारिक और सामाजिक संबंध:-

शराब की लत के कारण परिवार में कलह बढ़ जाती है। व्यक्ति का सामाजिक दायरा सीमित हो जाता है और वह अकेलापन महसूस करने लगता है।

कैसे पहचानें कि आदत है या लत?

1.क्या आप रोज शराब पीते हैं?

2.क्या शराब न मिलने पर आपको बेचैनी होती है?

3.क्या शराब के कारण आपका काम या पारिवारिक जीवन प्रभावित हो रहा है?

4.क्या आपने शराब छोड़ने की कोशिश की है, लेकिन सफल नहीं हो पाए?

यदि इन सवालों का जवाब हां है, तो यह लत हो सकती है।

शराब पीने की लत से कैसे बचें?

1.तनाव को दूर करने के लिए व्यायाम, योग और ध्यान का सहारा लें।

2.परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं।

3.शराब पीने वाली संगति से बचें।

4.यदि लत लग गई है, तो चिकित्सक की सलाह लें।

शराब पीने : International और National स्तर पर data and facts:-

International level पर :-

शराब सेवन: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में शराब सेवन के कारण प्रति वर्ष 2.6 मिलियन मौतें हुईं, जो कुल मौतों का 4.7% हैं। इनमें से 2 मिलियन पुरुषों की और 0.6 मिलियन महिलाओं की मौतें थी।

युवाओं में शराब सेवन: हाल के year में, विशेषकर युवा वयस्कों में शराब सेवन में कमी देखी गई है।उदाहरण के लिए, USA में 35 वर्ष से कम आयु के केवल 62% वयस्क शराब का सेवन करते हैं, जो दो दशकों पहले 72% था।

Nation level पर (भारत):

शराब सेवन की प्रवृत्तियाँ: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, असम में 15-49 वर्ष की महिलाओं में शराब सेवन का अनुपात सबसे अधिक है, जो 16.5% था ।

नशा मुक्त भारत अभियान: सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने युवाओं में मादक द्रव्यों के सेवन के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता सृजन के लिए ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ शुरू किया है। इस अभियान के तहत, 3.38 करोड़ से अधिक युवाओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया है।

शराब तस्करी: हाल ही में, मधुबनी जिले में सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने नेपाल से हो रही अवैध शराब तस्करी का भंडाफोड़ किया है, जिसमें 484 लीटर शराब और एक मोटरसाइकिल जब्त की गई।(http://bhaskar.com)

ये आंकड़े और घटनाएँ दर्शाते हैं कि शराब सेवन और उससे संबंधित समस्याएँ वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दा हैं, जिन पर निरंतर ध्यान और कार्रवाई की आवश्यकता है।

निष्कर्ष:-शराब पीना आदत हो या लत, दोनों ही स्थितियों में सावधानी बरतना आवश्यक है। आदत को सीमित रखना चाहिए और लत लगने पर समय रहते चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और तनाव को सकारात्मक तरीकों से प्रबंधित करके शराब की लत से बचा जा सकता है। शराब की आदत और लत में फर्क समझना बेहद जरूरी है, क्योंकि यही फर्क आपके स्वस्थ जीवन की कुंजी है।http://khulasanews.com

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