
2025 का उत्तर प्रदेश सरकार जल्द ही बजट पेश करने वाली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने बीते वर्षों में किसानों के लिए कई योजनाएं लागू की हैं, लेकिन इस बार किसानों की नजरें खासतौर पर इस बजट पर टिकी हैं। सवाल यह है कि क्या इस बार किसानों को वास्तविक राहत मिलेगी, या फिर वही पुराने वादों की पोटली उनके हाथ आएगी? बजट को लाइव देखने के लिए Ajtaklive.new.com
यूपी के किसान इस बार बजट में कुछ ठोस कदमों की उम्मीद लगाए बैठे हैं। मुख्य रूप से उनकी मांगें ये हैं:
2025 की बजट से किसानों की मुख्य उम्मीदें :

- कर्ज माफी: छोटे और सीमांत किसानों की कर्जमाफी को लेकर उम्मीदें बनी हुई हैं। सरकार से उम्मीद है कि वह एक बार फिर कर्ज माफी जैसी कोई बड़ी घोषणा करेगी।
- सिंचाई और बिजली व्यवस्था: किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी और सस्ती बिजली की दरकार है। बजट में इस दिशा में बड़ी योजना की उम्मीद की जा रही है।
- न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP): सरकार किसानों को उनके फसलों के लिए उचित दाम दिलाने के लिए MSP पर अधिक जोर देने की बात कर सकती है। गेहूं, धान, गन्ना जैसी प्रमुख फसलों के लिए समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी किसानों की प्राथमिक मांगों में है।
- गन्ना किसानों के भुगतान: यूपी में गन्ना किसानों की संख्या काफी अधिक है। वे समय पर भुगतान न मिलने की समस्या से परेशान हैं। बजट में इस मुद्दे पर विशेष प्रावधान की मांग हो रही है।
- नई कृषि योजनाएं: प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए बीमा योजनाओं में सुधार, कृषि उपकरणों पर सब्सिडी और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष पैकेज की घोषणा संभव है।
पिछले बजट में क्या मिला था किसानों को?
पिछले वर्ष यूपी सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिए कई योजनाएं शुरू की थीं, जिनमें:मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजनाप्रधानमंत्री फसल बीमा योजनानिःशुल्क सिंचाई योजनाकिसान सम्मान निधि योजना
हालांकि, जमीनी स्तर पर इन योजनाओं का लाभ सभी किसानों तक सही ढंग से नहीं पहुंच पाया। किसानों का कहना है कि योजनाएं तो हैं, लेकिन प्रक्रिया जटिल होने के कारण लाभ मिलना मुश्किल हो जाता है।
इस बार किसानों को क्या मिल सकता है?
जानकारों के अनुसार, योगी सरकार इस बार किसानों के लिए कुछ बड़े ऐलान कर सकती है:
गन्ना मूल्य में वृद्धि
किसानों के लिए ब्याज मुक्त ऋण योजना का विस्तार

बाढ़ और सूखा प्रभावित किसानों के लिए विशेष राहत पैकेज
कृषि यंत्रों पर 50% तक की सब्सिडी
बिजली दरों में रियायत
किसानों की असली जरूरतें:
हालांकि योजनाओं और घोषणाओं से आगे बढ़कर किसानों को इस बार ठोस राहत की दरकार है। वे चाहते हैं कि:
उनकी फसलों का सही मूल्य मिले।
बिचौलियों की भूमिका खत्म हो।
गन्ना भुगतान समय पर मिले।
सिंचाई और बिजली जैसी मूलभूत जरूरतों पर विशेष ध्यान दिया जाए।
निष्कर्ष
यूपी बजट 2025 पर किसानों की उम्मीदें काफी बढ़ी हुई हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि योगी सरकार इस बजट में किसानों को राहत पहुंचाने के लिए कितनी प्रभावी योजनाएं लाती है। कहीं ऐसा न हो कि बजट में सिर्फ बड़े-बड़े वादे किए जाएं और जमीनी हकीकत में किसान फिर ठगा सा महसूस करें।
आने वाला बजट ही तय करेगा कि किसानों के चेहरे पर मुस्कान आएगी या फिर वे एक बार फिर मायूस होकर सरकार की तरफ देखते रह जाएंगे। @Khulashanews.com